नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की ओर से लगातार छठे दिन सीजफायर का उल्लंघन किया गया. 29-30 अप्रैल 2025 की रात पाकिस्तानी सेना ने नौशेरा, सुंदरबनी, अखनूर, बारामूला और कुपवाड़ा सेक्टरों में बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू की. भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद डर के मारे पाकिस्तानी सैनिक अपनी कई चौकियां छोड़कर भाग गए.
पाकिस्तानी फौज साथ में अपना झंडा भी ले गई. भारतीय सेना के इस कार्रवाई से पाकिस्तानी सेना में खौफ का माहौल है. बता दें कि पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का सिलसिला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए थे. इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी-वाघा सीमा बंद करना और पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित करना शामिल है. इसके जवाब में पाकिस्तान ने एलओसी पर गोलीबारी तेज कर दी.
28-29 अप्रैल की रात को भी कुपवाड़ा, बारामूला और अखनूर में फायरिंग हुई थी. 29-30 अप्रैल की रात को यह गोलीबारी नौशेरा और सुंदरबनी तक फैल गई, जहां पाकिस्तान ने लाइट मशीन गन और रॉकेट लांचर का भी इस्तेमाल किया. भारतीय सेना ने कहा, "29-30 अप्रैल की रात पाकिस्तानी सेना ने नौशेरा, सुंदरबनी, अखनूर, बारामूला और कुपवाड़ा में बिना उकसावे के गोलीबारी की. भारतीय सेना ने त्वरित और संतुलित जवाब दिया."
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना के पास लगभग 20 पाकिस्तानी चौकियों के वीडियो और तस्वीरें हैं, जो इस सीजफायर उल्लंघन में शामिल थीं. भारतीय सेना ने अभी तक तोपखाने या हवाई रक्षा हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया है, लेकिन जवाबी कार्रवाई में छोटे हथियारों से पाकिस्तानी चौकियों को भारी नुकसान पहुंचाया है. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि अखनूर के परगवाल सेक्टर में रात 8:30-9:00 बजे के बीच 10-12 राउंड फायरिंग हुई, जिसके बाद भारतीय सेना ने जवाब दिया.
एक ग्रामीण अंकुर सिंह ने कहा, "7-8 साल बाद ऐसी गोलीबारी देखी है. हम हाई अलर्ट पर हैं." खेतों में काम कर रहे लोगों को घर लौटने के लिए कहा गया. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च-स्तरीय बैठक में सेना को "पूरा ऑपरेशनल आजादी" दी थी. इस बीच, पाकिस्तान ने अपनी 12वीं, 19वीं और 23वीं इन्फैंट्री डिवीजनों को सीमा पर तैनात किया है, जो भारतीय जवाबी कार्रवाई से डर रही हैं.