Tirupati Prasad Controversy: पवन कल्याण की मांग, राष्ट्रीय स्तर पर 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' का हो गठन

Global Bharat 20 Sep 2024 01:05: PM 2 Mins
Tirupati Prasad Controversy: पवन कल्याण की मांग, राष्ट्रीय स्तर पर 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' का हो गठन

Pawan KalyanTirupati Prasad Controversy: तिरुपति प्रसाद मामले (Tirupati Prasad Controversy) में जमकर सियासत हो रही है. इसी बीच आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और जनसेना पार्टी के मुखिया पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर बड़ी मांग कर दी है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल दौरान, तिरुपति बालाजी प्रसाद में पशु मेद (मछली का तेल, सूअर की चर्बी और बीफ़ वसा) मिलाए जाने की बात के संज्ञान में आने से हम सभी अत्यंत विक्षुब्ध हैं.

तत्कालीन वाईसीपी (YCP) सरकार द्वारा गठित टीटीडी (TTD) बोर्ड को कई सवालों के जवाब देने होंगे! इस सन्दर्भ में हमारी सरकार हरसंभव सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. लेकिन, यह समूचा प्रकरण मंदिरों के अपमान, भूमि संबंधी मुद्दों और अन्य धार्मिक प्रथाओं से जुड़े कई मुद्दों पर चिंतनीय प्रकाश डालता है. अब समय आ गया है कि पूरे भारत में मंदिरों से जुड़े सभी मुद्दों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अविलंब ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ का गठन किया जाए.

सभी नीति निर्माताओं, धार्मिक प्रमुखों, न्यायपालिका, आम नागरिकों, मीडिया और अपने-अपने क्षेत्रों के अन्य सभी दिग्गजों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक सार्थक बहस होनी चाहिए. मेरा मानना है कि हम सभी को किसी भी रूप में ‘सनातन धर्म’ के अपमान को रोकने के लिए अविलंब एक साथ आना चाहिए.

बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Andhra Pradesh CM Chandrababu Naidu) ने पिछली वाईएसआर कांग्रेस (YSR Congress) सरकार पर बड़ा आरोप लगाया था. उन्होंने दावा किया है कि राज्य में जब वाईएसआर कांग्रेस की सरकार थी तो तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple) में प्रसाद में मिलने वाले लड्डूओं में जानवरों की चर्बी मिलाई (Animal fat in Prasad) जाती थी. सीएम चंद्रबाबू (CM Chandrababu) ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार शुद्ध घी की जगह जानवरों की चर्बी प्रयोग करती थी.

वहीं वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) की अगुवाई वाली पार्टी ने नायडू के आरोप को खारिज कर दिया है और इसे दुर्भावनापूर्ण बताया है. बुधवार को एनडीए विधायक दल की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (CM Chandrababu Naidu) ने आरोप लगाया है कि जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) की सरकार में तिरुपति में जो लड्डू मिलते थे, उसमें जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी और चर्बी को शुद्ध घी कह देते थे. सीएम नायडू ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं ने तिरुमला (Tirumala) की पवित्रता को कलंकित किया है. उन्होंने अन्नदानम (Annadanam) यानी मुफ्त भोजन की गुणवत्ता से समझौता किया और शुद्ध घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल कर पवित्र तिरुमला लड्डू को दूषित किया.

सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि इस खुलासे ने भक्तों में चिंता पैदा कर दी है, हालांकि अब हम शुद्ध घी का इस्तेमाल कर रहे हैं और टीटीडी (TTD) की पवित्रता की रक्षा करने का प्रयास कर रहे हैं. बता दें कि तिरुपति मंदिर का प्रबंधन तिरुपति देवस्थानम (Tirupati Devasthanam) यानी टीटीडी के हाथों में है. इधर सीएम चंद्रबाबू नायडू के आरोप को वाईएसआर कांग्रेस ने खारिज कर दिया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी (YV Subba Reddy) ने सीएम नायडू पर ही मंदिर की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा दिया है.

सुब्बा रेड्डी (Subba Reddy) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाया है और तिरुमला प्रसाद को लेकर उनकी टिप्पणी बेहद दुर्भावनापूर्ण है. उन्होंने कहा कि यह बात फिर से साबित हो गया है कि राजनीतिक लाभ के लिए चंद्रबाबू नायडू किसी भी हद तक गिर सकते हैं.

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