प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी सांसदों से दलीय राजनीति से ऊपर उठकर देश के भविष्य के लिए काम करने के लिए एक साथ आने की अपील की. संसद के बजट सत्र से पहले प्रेस को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने "नकारात्मक राजनीति" करने वाले विपक्षी दलों से "पिछली कटुता से छुटकारा पाने और एक साथ आने" की अपील की है.
पीएम मोदी ने कहा कि "मैं सभी सांसदों से सदन में सभी चर्चाओं में भाग लेने का अनुरोध करना चाहूंगा, चाहे वे वैचारिक रूप से कितने भी विरोधी क्यों न हों. विपरीत विचारधाराएं बुरी नहीं होतीं, लेकिन नकारात्मक विचारधाराएं बुरी होती हैं. यहीं पर विचारों की सीमा समाप्त हो जाती है. देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है,"
सभी सांसदों से प्रगतिशील विचारधारा रखने का आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "देश को एक प्रगतिशील विचारधारा की जरूरत है जो विकास को बढ़ावा दे और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाए."
नई सरकार को दबाने का लगाया आरोप
नई एनडीए सरकार के सत्ता में आने के बाद संसद के उद्घाटन सत्र के दौरान सदन को सुचारू रूप से नहीं चलने देने के लिए विपक्ष पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सांसदों ने सरकार और प्रधानमंत्री की आवाज को दबाने की कोशिश की. "नई सरकार के गठन के बाद पहले सत्र में, उन्होंने अलोकतांत्रिक तरीकों से देश के 140 करोड़ लोगों द्वारा चुनी गई सरकार की आवाज को दबाया. ढाई घंटे तक उन्होंने देश के प्रधानमंत्री की आवाज को दबाने की कोशिश की. यह देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों में कोई स्थान नहीं पाता है. उन्हें इसका पश्चाताप भी नहीं है या इससे वे आहत हैं.
140 करोड़ लोगों का किया जिक्र...
लोगों से पार्टी लाइन से ऊपर उठकर संसद में देशवासियों की आवाज का प्रतिनिधित्व करने का आह्वान करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "मैं सभी को बताना चाहूंगा कि लोगों ने हमें देश के लिए यहां भेजा है, न कि हमारी संबंधित पार्टियों के लिए. यह संसद हमारी पार्टियों के लिए नहीं बल्कि देश के लिए है. यह संसद सिर्फ सांसदों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि 140 करोड़ लोगों के लिए है."
देश के लिए काम करने की कही बात
पीएम मोदी ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि हम भारत के सामान्य नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए लोकतंत्र के मंदिर का सकारात्मक उपयोग करेंगे." "मैं सभी दलों से कहना चाहूंगा कि वे पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देश के लिए खुद को समर्पित करें और संसद के इस गरिमामय मंच का अगले 4.5 साल तक उपयोग करें. पीएम मोदी ने कहा कि जनवरी 2029 के चुनावी वर्ष में आप कोई भी खेल खेल सकते हैं, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए भाग लेना चाहिए'.
सावन को लेकर दी शुभकामनाएं
सावन महीने के पहले दिन लोगों को शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आज सावन का पहला सोमवार है. इस पावन दिन पर एक महत्वपूर्ण सत्र शुरू हो रहा है. मैं सावन के पहले सोमवार पर देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं. संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है. आज पूरे देश की नजर इस पर है. यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए..."
5 साल की दिशा तय करेगा देश की बजट
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 60 साल बाद सरकार बनने के बाद तीसरी बार पहला बजट पेश करना सरकार के लिए गर्व का क्षण है"...यह गर्व की बात है कि 60 साल बाद कोई सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और तीसरी बार पहला बजट पेश करेगी... मैं देश के लोगों को गारंटी देता रहा हूं और हमारा मिशन इसे जमीन पर उतारना है. यह बजट अमृत काल के लिए महत्वपूर्ण बजट है. आज का बजट हमारे कार्यकाल के अगले 5 साल की दिशा तय करेगा.पीएम मोदी ने कहा, "यह बजट हमारे 'विकसित भारत' के सपने का भी मजबूत आधार बनेगा..."
बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश करेंगी. सोमवार से शुरू हो रहा संसद का बजट सत्र 12 अगस्त को समाप्त होने की संभावना है. सत्र में 22 दिनों में 16 बैठकें होंगी. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह सत्र मुख्य रूप से 2024-25 के केंद्रीय बजट से संबंधित वित्तीय कामकाज के लिए समर्पित होगा, जिसे 23 जुलाई को लोकसभा में पेश किया जाएगा.
भारत का आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 एक सांख्यिकीय परिशिष्ट के साथ सोमवार को संसद के सदनों के पटल पर रखा जाएगा. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का 2024 का बजट भी 23 जुलाई को पेश किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी, पंकज चौधरी, कीर्तिवर्धन सिंह और सुकांत मजूमदार सोमवार को लोकसभा में दस्तावेज रखेंगे.
केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया लोकसभा में केंद्रीय भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक सलाहकार समिति के लिए दो सदस्यों के चुनाव का प्रस्ताव पेश करेंगे. केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल राजघाट समाधि समिति (आरएससी) के लिए चुनाव का प्रस्ताव पेश करेंगे. नियम 377 के तहत मामलों पर लोकसभा में चर्चा होने की संभावना है.