लेह: बुधवार को लद्दाख संघ राज्य क्षेत्र के लेह क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन भड़क उठे. प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय पर पथराव किया और पुलिस के साथ झड़पें हुईं. अफरा-तफरी के दौरान एक पुलिस वैन को आग के हवाले कर दिया गया, जो पिछले कुछ हफ्तों से बढ़ते आंदोलन में एक वृद्धि का संकेत है. मीडिया रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि प्रदर्शनकारियों ने यहां बीजेपी कार्यालय में भी आग लगा दिया है.
लेह एपेक्स बॉडी (LAB) की युवा इकाई ने पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए यह विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था, जो पिछले 14 दिनों से पूर्ण राज्य का दर्ज और संघ राज्य क्षेत्र के लिए छठी अनुसूची की स्थिति की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर हैं. 20 सितंबर को, केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने लद्दाखी नेतृत्व के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की घोषणा की थी, जिसमें अगले दौर की वार्ता 6 अक्टूबर को निर्धारित है.
गृह मंत्रालय ने पहले 2 जनवरी 2023 को लंबे समय से चली आ रही लद्दाख में विरोध प्रदर्शनों के बाद एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था, जिसमें LAB और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (KDA) के तहत राजनीतिक ताकतों ने पूर्ण राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची की स्थिति की मांग की थी.
कारगिल डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता सजाद कारगिली ने X पर लिखा, "लेह में जो कुछ भी हो रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. लद्दाख, जो कभी शांतिपूर्ण था, अब सरकार के असफल UT प्रयोग के कारण हताशा और असुरक्षा की चपेट में है. सरकार पर जिम्मेदारी है—संवाद फिर से शुरू करें, समझदारी से काम लें और लद्दाख की पूर्ण राज्य का दर्जा तथा छठी अनुसूची की मांग को बिना देरी पूरी करें. साथ ही, मैं लोगों से अपील करता हूं कि शांतिपूर्ण और दृढ़ रहें."
बता दें कि अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद गठित LAB और KDA की संयुक्त नेतृत्व के साथ समिति के बीच आखिरी दौर की बातचीत 27 मई को हुई थी, जिसके परिणामस्वरूप लद्दाख में डोमिसाइल नीति का परिचय हुआ. उसके बाद से कोई बातचीत नहीं हुई है.