राजस्थान के उदयपुर में दो छात्रों के झगड़े के बाद भारी बवाल हो गया है. अपद्रवी सड़क पर उतर आए और गाड़ियों में आग लगा दी. कई गाड़ियों के जलने का वीडिया सामने आया है. इस दौरान एक मॉल को भी आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में करने का प्रयास किया और पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. बताया गया है कि लंच के बाद लड़के-लड़कियां बाहर निकलती हैं, करीब 15 साल के दो लड़कों की आपस में बहस होती है, एक लड़का बैग से चाकू निकालता है, गुस्से में दूसरे लड़के पर हमला कर देता है.
प्रिंसिपल, टीचर सब इधर-उधर भागने लगते हैं, स्कूल में अफरातफरी मच जाती है, घायल लड़के को टीचर महाराणा भूपाल एमबी अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है. और उसके बाद जो कहानी खुलकर सामने आती है, वो दंग कर देती है. मामला दो गुटों के बीच का बताया जाता है, हिंदू संगठन के लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने लगते हैं, डीएम और एसपी तुरंत बैठक बुलाते हैं, एक साथ 15 थानों की पुलिस एक साथ मोर्चा संभालने उतर जाती हैं, उदयपुर के एएसपी सिटी उमेश ओझा बताते हैं जिलेभर में धारा 144 लागू कर दी गई है. जिले के कलेक्टर मीडिया में आकर पूरे हालात की जानकारी देते हैं.
जिले के कलेक्टर लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रहे हैं, लेकिन कुछ ही घंटों में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि एक मॉल में तोड़फोड़ हुई है. कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया है, हालांकि इस घटना पर स्कूल के प्रिंसिपल बताते हैं...लंच के करीब 5 से 7 मिनट बाद अचानक स्कूल के बाहर से कुछ छात्र चिल्लाते हुए दौड़कर अंदर आए. मैंने तुरंत बाहर जाकर देखा तो हैरान रह गई. स्टूडेंट घायल था. मेरी स्कूटी पर बैठाकर स्टाफ ने उसे तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाया. दोनों छात्र पढ़ाई में अच्छे हैं. इससे पहले दोनों को स्कूल में कभी झगड़ते हुए नहीं देखा, न ही सुना. इस तरह की घटना ने हमें भी चौंका दिया.
ये विरोध प्रदर्शन इसलिए भी ज्यादा उग्र रूप लेने लगा है क्योंकि लोग इसे उदयपुर में दो साल पहले हुई घटना से जोड़कर देख रहे हैं. जब उदयपुर में कन्हैयालाल नाम की दर्जी की न सिर्फ दो लड़कों ने जान ले ली थी, बल्कि उसके बाद वीडियो भी जारी किया था और सीधा योगी-मोदी को चैलेंज कर दिया था, दो दिन पहले बांग्लादेश में बिगड़े हालात को लेकर भी उदयपुर में प्रदर्शन हुआ था, जिसके बाद कई तरह की ख़बरें सामने आई थी. फिलहाल पुलिस ने नाबालिग छात्र और उसके पिता को हिरासत में लिया है, इसके पीछे कोई पुरानी रंजिश थी या उसका किसी ने माइंडवॉश किया था, इसकी जानकारी पुलिस तलाश रही है.
शहर के मालदास स्ट्रीट के पास, बड़ा बाजार, घंटाघर, सिंधी बाजार, अस्थल मंदिर, सूरजपोल, मंडी की नाल, धानमंडी, देहलीगेट, और हिरण मगरी सेक्टर 14 क्षेत्र में दुकानें बंद करवा दी गई है. स्थानीय नेता भी हालात का जायजा ले रहे हैं. सांसद मन्नालाल रावत और विधायक ताराचंद जैन ने खुद मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि स्कूल में चाकू लेकर लड़का पहुंचा कैसा. अगर उदयपुर की डेमोग्राफी की बात करें तो जिले की आबादी करीब 3 लाख 68 हजार 420 है, जिसमें 93 फीसदी हिंदू और करीब 3 फीसदी मुस्लिम हैं. इसके अलावा तीसरी सबसे बड़ी आबादी जैन समुदाय की है, जो करीब ढाई फीसदी हैं.