Ambedkar visited shakha in 1940: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मीडिया शाखा के द्वारा गुरुवार को बड़ा दावा किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से दावा किया गया है कि संघ की मीडिया शाखा ने कहा है कि संविधान के मुख्य निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर ने 1940 में महाराष्ट्र के सतारा में एक संघ की एक ‘शाखा’ का दौरा किया था. संघ की संचार शाखा विश्व संवाद केंद्र (वीएसके) के विदर्भ अध्याय में कहा कि आरएसएस ने “अब तक की अपनी यात्रा में कई चुनौतियों का सामना किया है और इस पर कई आरोप लगाए गए, लेकिन इसने इन सभी आरोपों को गलत साबित कर दिया और एक सामाजिक संगठन के रूप में अपनी पहचान बनाई.
विश्व संवाद केंद्र में कहा गया है कि आरएसएस पर दलित विरोधी होने के आरोप थे और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर और आरएसएस के बारे में गलत सूचना फैलाई गई थी. लेकिन अब डॉ. अंबेडकर और आरएसएस के बारे में एक नया दस्तावेज सामने आया है, जो डॉ. अंबेडकर और आरएसएस के बीच के संबंधों को उजागर करता है. आरएसएस संचार शाखा के अनुसार, अंबेडकर ने 2 जनवरी, 1940 को सतारा जिले के कराड में एक ‘शाखा’ का दौरा किया.
हालांकि कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं, लेकिन मैं संघ को आत्मीयता की भावना से देखता हूं. वीएसके ने अपने बयान में खबर की एक क्लिपिंग के साथ कहा कि 9 जनवरी, 1940 को पुणे के मराठी दैनिक "केसरी" में डॉ. अंबेडकर के आरएसएस शाखा में आने के बारे में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. रिपोर्ट में आरएसएस विचारक दत्तोपंत ठेंगड़ी द्वारा लिखित 'डॉ. अंबेडकर और सामाजिक क्रांति की यात्रा' नामक पुस्तक का संदर्भ दिया गया था, जिसमें आरएसएस और डॉ. अंबेडकर के बीच संबंधों के बारे में बात की गई थी.