...जब यूपी पुलिस के जवान गाजियाबाद बॉर्डर पर सपा सांसद इकरा हसन, हरेन्द्र मलिक और मोहिबुल्लाह नदवी को रोक रहे थे. बरेली न जाने के लिए समझा रहे थे. उस वक्त सपा के एक सांसद बरेली के रास्ते में थे. पुलिस को अंदाजा भी नहीं था कि सांसद महोदय इस तरीके से चकमा देकर बरेली चले जाएंगे, क्योंकि पुलिस तो लखनऊ में माता प्रसाद पांडेय से लेकर संभल में जियाऊर्रहमान बर्क के घर के बाहर तक बैठी थी, दोनों नेताओं को साफ समझा रही थी आपको बरेली नहीं जाना है.
पर आंवला सीट से सपा सांसद नीरज मौर्य बरेली पहुंच जाते हैं, जहां पुलिस उठाकर उन्हें तुरंत गेस्ट हाउस ले जाती है, और बाहर किसी से मिलने नहीं देती. जिसके बाद सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आखिर सपा के नेता बरेली जाने की जिद्द पर अड़े क्यों हैं और पुलिस इन्हें रोक क्यों रही है. हर जगह घटना के बाद प्रतिनिधिमंडल जाता है, रिपोर्ट तैयार करता है, वापस लौटता है, तो यहां दिक्कत क्या है.
यानि बरेली के ही मौलाना चाहते हैं इस मसले में सियासत न हो. क्योंकि पहले ही मौलाना तौकीर रजा की सियासी शक्ति प्रदर्शन के चक्कर में वहां के मुस्लिम बच्चों के हाथों में पत्थर पकड़ा दिया गया, और आज वो सलाखों के पीछे हैं. जिन्हें पुलिस उपद्रवी मान रही है, जबकि बर्क इन्हें बेगुनाह बताकर कह रहे हैं, वो जेल में क्यों सड़ेंगे.
हालांकि डेढ़ घंटे के हाईवोल्टेज सियासी ड्रामे के बाद भी किसी को वहां जाने नहीं दिया गया. पर अभी कहानी खत्म नहीं हुई है बल्कि असली परीक्षा अभी 8 अक्टूबर को होनी है, जब अखिलेश यादव रामपुर जाएंगे, उनका प्लान पहले से तय है कि वो सीधे हेलीकॉप्टर से बरेली उतरेंगे और वहां से सड़क के रास्ते रामपुर जाएंगे. लेकिन बरेली में लोगों से मिलने का प्लान बनाया तो पुलिस यहां भी खड़ी हो सकती है.
इस बार सपा आर-पार के मूड में नजर आ रही है. इकरा हसन ने तो ये तक कह दिया है कि सीएम योगी डेंटिंग-पेंटिंग की बात जो कर रहे हैं, करके दिखाएं. यहां पड़ोसी मुल्क जैसे हालात भी हो सकते हैं. यानि बरेली के मसले पर बड़ा सियासी बखेड़ा खड़ा हो सकता है. उधर पुलिस अब तक 83 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, बुलडोजर एक्शन जारी है, मौलाना तौकीर रजा को बरेली की बजाय फतेहगढ़ जेल में रखा गया है.
इस बार बीते दिनों हुई जुम्मे की नमाज भी शांतिपूर्वक अदा हुई, सड़कों पर पैरामिलिट्री फोर्स मार्च कर रही है, ताकि कोई माहौल बिगाड़ने की हिमाकत न करे, पर नेता अपनी-अपनी सियासत साधने में लगे हैं, पहले नगीना से सांसद चंद्रशेखर वहां जाने की जिद्द पर अड़े रहे, उसके बाद अब सपा नेता वहां जाना चाहते हैं, लेकिन सवाल है हर बार पुलिस जिन्हें उपद्रवी बताती है उन्हें निर्दोष बताकर सपा क्या साबित करना चाहती है.
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