नई दिल्ली: इस मौसम का उद्घाटन समुद्री तूफान 'शक्ति' अब अपनी तीव्रता बढ़ाने की राह पर अग्रसर है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार की सुबह यह तूफान उत्तर-पूर्वी अरब सागर के बीचों-बीच सक्रिय था. विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले एक दिन में यह और शक्तिशाली बनकर चक्रवाती तूफान का स्वरूप धारण कर लेगा. हालांकि, देश के मुख्य भूमि पर इसका गहरा प्रभाव पड़ने की आशंका कम है, मगर तटवर्ती क्षेत्रों में हलचल मचाने की पूरी संभावना बनी हुई है. श्रीलंका ने इस तूफान का नाम शक्ति सुझाया है.
आईएमडी के नवीनतम बुलेटिन में बताया गया है कि वर्तमान में तूफान गुजरात के द्वारका से लगभग 420 किलोमीटर पश्चिम दिशा में, नलिया से 420 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर तथा पाकिस्तान के कराची बंदरगाह से 390 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम दूरी पर स्थित है. इसकी वर्तमान गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच है, जिसमें हवाओं के झोंके 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच रहे हैं.
आने वाले 24 घंटों में इसकी रफ्तार 120 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. विभाग ने सतर्कता बरतने की सलाह देते हुए चेतावनी जारी की है कि 4 से 7 अक्टूबर के बीच गुजरात के तटीय भागों और उत्तरी महाराष्ट्र के समुद्री इलाकों में प्रबल हवाएं बह सकती हैं, साथ ही समुद्र में ऊंची तरंगें देखने को मिलेंगी. अरब सागर का माहौल बेहद जोखिम भरा बना रहेगा.
'शक्ति' तूफान के प्रभाव से गुजरात तथा उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर 4 से 7 अक्टूबर तक जोरदार आंधियां और मूसलाधार वर्षा का अनुमान है. पाकिस्तान के समुद्री क्षेत्रों पर भी इसका असर स्पष्ट होगा. आईएमडी ने 7 अक्टूबर तक मछली पकड़ने वालों को समुद्री यात्रा से दूर रहने का निर्देश दिया है.
इस तूफान का सर्वाधिक प्रभाव गुजरात के तटीय जिलों पर पड़ेगा, जिनमें द्वारका, ओखा, पोरबंदर, नालिया, जखाऊ तथा कच्छ प्रमुख हैं. उत्तरी महाराष्ट्र के हिस्सों में भी हवाओं की तीव्रता बढ़ेगी. गोवा, कर्नाटक और केरल के उत्तरी तटों तक तूफान का केंद्र सीधे न पहुंचे, फिर भी अरब सागर में उफान भरी लहरें और तेज हवाएं खतरनाक हालात पैदा करेंगी. इसी तरह, लक्षद्वीप, दमन-दीव तथा दादरा-नगर हवेली के तटीय इलाकों में स्थिति चिंताजनक बनी रहेगी.