मुंबई: जगत गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज (Jagat Guru Swami Rambhadracharya Maharaj) ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए संभल सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय दी. उन्होंने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में चल रहे विवाद, बांग्लादेश में हिंदुओं पर (Persecution of Hindus in Bangladesh) हो रहे अत्याचार और मोहन भागवत के हालिया बयान पर विचार व्यक्त किए.
संभल विवाद सामने पर स्वामी रामभद्राचार्य महाराज (Swami Rambhadracharya Maharaj) ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि संभल में जो कुछ भी हो रहा है, वह बुरा हो रहा है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में एक सकारात्मक पहलू यह है कि वहां मंदिर होने के प्रमाण मिले हैं. उन्होंने आगे कहा कि हम इसे लेकर रहेंगे, चाहे वह वोट से हो, कोर्ट से हो, या फिर जनता के सहयोग से हो.
मंदिर के मुद्दे पर उनका संघर्ष जारी रहेगा और वह इसके लिए सभी संभव रास्तों का उपयोग करेंगे. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार हिंदुओं पर अत्याचार कर रही है.
मोहम्मद युनूस को बताया 'दुष्ट' शासक
बांग्लादेश के अंतरिम प्रधानमंत्री मोहम्मद युनूस (Mohammed Yunus) को 'दुष्ट' बताते हुए उन्होंने कहा कि इंतजार कीजिए, सबका सर्वनाश होगा. चिंता मत कीजिए. बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है. हमने सरकार से बहुत कुछ कहा है, लेकिन यह समस्या केवल भारतीय सरकार ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है.
भागवत की बात पर जताई असहमति
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के हालिया बयान पर स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने असहमति जताई. मोहन भागवत ने कहा था कि कुछ लोग हिंदुओं के नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं, इस पर स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि मैं मोहन भागवत जी के बयान से बिल्कुल सहमत नहीं हूं. मोहन भागवत अनुशासक रहे हैं, लेकिन उनका विचार इस मामले में उनके साथ नहीं मिलता.
महाकुंभ को बताया अद्भुत आयोजन
स्वामी रामभद्राचार्य ने आगामी महाकुंभ मेला (Maha Kumbh) के बारे में कहा कि महाकुंभ एक अद्भुत आयोजन है, जिसमें लाखों लोग भाग लेंगे. सभी को इस मेले में आकर धर्म के प्रति अपनी आस्था और समर्पण को व्यक्त करना चाहिए. मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि भारत की अखंडता बनी रहे और सभी लोग शांति, सद्भाव और भाईचारे के साथ इस आयोजन में भाग लें.