नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुआ आतंकी हमले की पूरी कहानी का खुलासा हो चुका है. ये इंसानियात को तार-तार करने वाली पूरी कहानी आतंक के गढ़ पाकिस्तान में लिखी गई. जहां हिन्दुस्तान की ही धरती पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में आईएसआई की मदद से इन आतंकवादियों को आतंकी ट्रेनिंग कैंप में ट्रेनिंग देकर भारत के नागरिगों पर हमला देने के लिए तैयार किया गया. इस ट्रेनिंग में ही हमलावरों को ये भी बताया गया कि इस बार भारतीय सेना से नहीं उलझना बल्कि सैलानियों को निशाना बनाना है, जो भारत के अन्य राज्यों से कश्मीर में घूमने आते हैं. साथ ही इस बात के भी साफ निर्देश दिये गए कि एक-एक की पहचान करने के बाद उन्हें मारना है, मरने वाले सभी हिन्दू होने चाहिए!.
मुजफराबाद और कराची में रची गई साजिश
अगर सूत्रों की मानें तो इस हमले की पटकथा पाकिस्तान के मुजफराबाद और कराची में ही रची गई थी, क्योंकि पिछले कुछ समय से इन इलाकों में आतंकियों की गतिविधियां काफी बढ़ गई थीं. और इन दोनों ही शहरों में पाकिस्तान के अंदर आतंकवादियों को चलाने वाली खुफिया एजेंसी आईएसआई का भी गढ़ माना जाता है. कहा जाता है कि इन शहरों में ISI और आतंकियों के कई बेस बने हुए हैं. जहां से दुनियाभर में होने वाले आतंकी हमलों को ऑपरेट किया जाता है.
पाकिस्तान ने ही आतंकियों को मदद पहुंचाई
इस हमले में पाकिस्तान की तरफ से ही पूरी मदद पहुंचाई गई थी. सूत्रों की तरफ से ये भी दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने ही इन आतंकियों को भारत में एंट्री दिलाने के लिए पूरी मदद की. पाकिस्तान सेना ने इनको बॉर्डर क्रॉस कराया, इनके खाने के लिए ड्राईफ्रूट, पहनने के लिए सेना की यूनिफॉर्म और हथियारों का बंदोबस्त भी पाकिस्तन ने ही किया. सिर्फ इतना ही नहीं पाकिस्तान के अंदर बैठा हैंडलर इन आतंकियों को निर्देश भी दे रहा था. वहां से इन्हें हर चीज बताई जा रही थी कि कैसे हमला करना है, किन लोगों को टारगेट बनाना है, और किस जगह पर लोगों की जान लेनी है. और अगर इसमें कोई विरोध करे तो उनके साथ मौजूद महिलाओं और बच्चों को ढ़ाल की तरह इस्तमाल करना है.
रावलकोट में लश्कर हमास के आतंकी, पाक सेना प्रमुख ने दिया था संकेत
हाल ही में पीओके में हमास का बड़ा कमांडर पहुंचा था, जहां आईएसअई और लश्कर से जुड़े आतंकियों ने एक बड़ी बैठक की थी, जिसके बाद हमास के हैंडलर की मौजूदगी रावलकोट में देखी गई थी. सूत्रों के हवाले से ये खबर भी सामने आई है कि इसी बैठक में भारत पर होने वाले हमले की पूरी रूपरेखा तैयार की गई थी, खुद पाकिस्तान की सेना के प्रमुख असीम मुनिर ने इस बात के संकेत दिये थे कि भारत में कुछ बड़ा होने वाला है. उसने हाल ही में एक बयान मे कहा था कि “कश्मीर पाकिस्तान के गली की नस है, इसे हम कैसे छोड़ सकते हैं”. इस बयान के बाद ही अंदेशा होने लगा था, कि आतंकियो को पालने वाला पाकिस्तान फिर से कोई नीच हरकते करने की तैयारी कर रहा है. और जब पहलगाम में निर्दोश भारतीयों को मारा गया तो पता चल गया कि पाकिस्तान इसी हमले की साजिश रच रहा था.
पीओके में हमास कमांडर का स्वागत, सैफुल्लाह ने किया था ऐलान
हाल ही में सूत्रों की तरफ से ये दावा भी किया गया था कि पीओके में हमास का एक आतंकी कमांडर आया था. जिसका बड़ी ही गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया था. संभावना ये भी जताई जा रही है कि इस कमांडर ने लश्कर के आतंकियों के साथ भी मुलाकात की थी. यही वजह है कि आतंकि सैफुल्लाह ने हाल ही में भारत पर हमला करने के लिए ऐलान किया था. जिसका वीडियो भी लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इस वीडियो में सैफुल्लाह भारत पर हमले के लिए लोगों को उकसाता नजर आया था.
इन सारी बातों के सामने आने के बाद एक बात साफ हो चुकी है कि भारत में हुआ हमला कोई आम आतंकी हमला नहीं बल्कि पाक प्रायोजित हमला था. यही वजह है कि पूरे देश से इस आतंक के आका को सबक सिखाने की मांग उठ रही है. साथ ही एक मांग ये भी उठ रही है कि पीओके पर हमला कर उसे वापस लेना चाहिए ताकि भारत के जिस हिस्से को पाकिस्तान ने आतंक की फैक्ट्री बना रखा है वहां से इन जिहादियों का सफाया हो सके.
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