7 नवंबर को बिहार में छठ पूजा का प्रसिद्ध त्योहार मनाया जाएगा. इस पवित्र अवसर पर, आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर हजारों लोग अपने घरों की ओर जाने के लिए पहुंच रहे हैं. इस बार केवल सामान्य टिकट ही उपलब्ध हैं, क्योंकि आरक्षण की सुविधा लोगों को मिल नहीं रही है. स्टेशन से लगभग छह विशेष ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन भीड़ इतनी अधिक है कि स्टेशन के मैदान में खड़े होने की भी जगह नहीं है. छठ पूजा अभी पांच दिन दूर है, और भीड़ में और ज्यादा इजाफा होने की उम्मीद है.
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्टेशन पर 6 नवंबर तक प्लेटफॉर्म टिकटों को निलंबित कर दिया गया है. यात्रियों का कहना है कि सरकारी द्वारा चलाई जा रही विशेष ट्रेनें 24 से 48 घंटे की देरी से पहुंच रही हैं. एक यात्री ने बताया कि उसने दो महीने पहले गया स्पेशल की टिकट खरीदी थी, लेकिन वह ट्रेन 48 घंटे देरी से आ रही है. लोग सामान्य टिकट खरीदने के लिए सुबह से स्टेशन पर आए हैं, और उनके लिए लाइन में लगने का औसत समय 30 मिनट से अधिक हो गया है. आने वाले दिनों में यह समय और बढ़ सकता है.
भीड़ को संभालने के लिए रेलवे प्रशासन ने आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर दो पंडाल बनाए हैं, जहां लोग बैठकर अपनी ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं. एक पंडाल मेट्रो स्टेशन के सीढ़ियों के पास स्थापित किया गया है, जिसमें सामान्य टिकट के लिए नौ काउंटर बनाए गए हैं. लोगों की मदद के लिए दो हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई हैं. इसके अलावा, टिकट खरीदने के लिए छह एटीवीएम मशीनें भी लगाई गई हैं, जहां कर्मचारी मदद के लिए मौजूद हैं. लेकिन भीड़ के कारण टिकट प्राप्त करने में 30 मिनट से अधिक का समय लग रहा है.
रेलवे पुलिस ने बताया कि आनंद विहार रेलवे पुलिस के स्टाफ को लोगों की मदद के लिए तैनात किया गया है. सभी ड्यूटियां रद्द कर दी गई हैं. स्टेशन के चारों ओर सीसीटीवी निगरानी की जा रही है. त्रिपुरा पुलिस भी मौजूद है, और डॉग टीम और बम निरोधक इकाई लगातार जांच कर रही हैं. सुरक्षा बल चौबीसों घंटे ड्यूटी पर हैं. लोगों की सहायता के लिए लगातार घोषणाएं की जा रही हैं, और पंडाल के अंदर ट्रेन की जानकारी टीवी स्क्रीन के माध्यम से भी दी जा रही है. यह त्योहार लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है, और सभी को सुरक्षित यात्रा की शुभकामनाएं.