प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंच पर भाषण दे रहे होते हैं, मंच के नीचे कुर्सियों पर बैठे लोग हाथ हिला रहे होते हैं, मोदी-मोदी के नारे लगा रहे होते हैं, तभी मंच से आवाज आती है एसपीजी कमांडोज वहां जाइए. कमांडोज तुरंत एक्शन में आ जाते हैं. कान में लगे डिवाइस को टटोलते हैं, हाथ ट्रिगर पर ले जाते हैं और मंच से नीचे कूद पड़ते हैं. एक कमांडो भीड़ को चीरता हुआ सीधा उस जगह जहां पहुंचता है, जहां जाने का आदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उसे देते हैं औऱ बाकी के कमांडो अपने काले चश्मे की मदद से भीड़ पर नजर बनाए होते हैं. वो जैसे ही वहां पहुंचता है, उसे एक 12 साल का लड़का खड़ा नजर आता है.
उस लड़के और मोदी के मंच की दूरी करीब 500 मीटर होती है. पूरा भीड़ उस लड़के की ओर देख रहा होता है. हर कोई ये जानने को बेताब था कि आखिर उस लड़के का नाम मोदी ने अचानक से क्यों लिया और वो लड़का कौन है? तभी एक फोटो कैमरे पर नजर आती है, जिसमें वो हाथों में एक तस्वीर लिए नजर आता है. उधर से मोदी कहते हैं, बेटा थक जाओगे, बैठ जाओ. मैं एसपीजी कमांडोज को भेजता हूं.
ये पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने भीड़ में खड़े एक लड़के को इस तरह से पहचाना हो और अपने कमांडोज भेजकर उसका भेंट स्वीकारा हो. बल्कि इससे पहले बंगाल की रैली में तो बकायदा मंच पर ही मोदी ने एसपीजी कमांडो को अपने पास बुला लिया था. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कैसे वो कमांडोज के कान में कुछ कहते हैं और वो तुरंत भीड़ में जाकर खड़ा हो जाता है. एक लड़की के हाथ से पेंटिंग लाकर पीएम मोदी को देता है. लेकिन ऐसे मौके पर एक खतरा ये भी होता है कि वो पेंटिंग या तस्वीर क्या सुरक्षित है क्योंकि मोदी के जितने दुश्मन हैं वो हर मौके का फायदा उठाने में लगे रहते हैं.
इसलिए एसपीजी कमांडोज कोई भी चीज मोदी के पास पहुंचने से पहले उसकी तसल्ली से जांच करते हैं, उसके बाद ही उसे आगे बढ़ाते हैं. यहां तक कि किसी को मोदी या योगी के पास पहुंचना हो तो बकायदा उसकी सघन चेकिंग भी होती है. तीन महीने पहले ही जब यूपी के मिर्जापुर में मोदी मंच पर बैठे थे, तो अचानक एक महिला उनकी ओर बढ़ने लगी, जिसे देखकर कमांडोज ही नहीं बल्कि बगल में बैठे योगी भी दंग रह गए थे, क्योंकि वो महिला मोदी के पैर छूने जा रही थी.
तस्वीरें वायरल हुई तो लोग ये जानने की कोशिश करने लगे कि आखिर वो महिला कौन है, तो पता चला कि ये बीजेपी की महिला प्रत्याशी हैं, जिनके पक्ष में मोदी प्रचार करने गए थे, लेकिन मोदी पैर छूने के खिलाफ रहते हैं इसलिए मंच पर खड़े सब लोग दंग रह गए थे. पर मोदी हर बार कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिसे लेकर तस्वीरें वायरल होने लगती है, और एक ऐसी ही तस्वीर दो महीने पहले तब सामने आई, जब मोदी ने उस बैग को अपने हाथ में ले लिया था, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसका इस्तेमाल एसपीजी कमांडोज संकट के वक्त करते हैं.
तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कैसे कमांडोज वाला बैग मोदी अपने हाथ में लिए हैं, और उस पर रखकर सामने खड़े लोगों को ऑटोग्राफ दे रहे हैं, ये जो मोदी का अंदाज है, इसका कई बार एसपीजी विरोध भी करती है, जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो बकायदा एक अधिकारी ने उन्हें इसके लिए टोका भी था, जिसका जिक्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद खुद किया तो वो आईपीएस अधिकारी भी दंग रह गया.
किसी भी वीआईपी की सुरक्षा में मुस्तैद कमांडोज इसलिए अपने नेता को रोकते हैं क्योंकि उन्हें पता है भीड़ में छिपकर कोई भेड़िया भी करीब पहुंचने की कोशिश करता है, पर मोदी हैं कि मानते नहीं, क्योंकि मोदी का मानना है लोकतंत्र में नेता और जनता का जुड़ाव इस कदर होना चाहिए कि सुरक्षा घेरे की आड़ उसे रोक नहीं पाए, इसीलिए कभी रैली में एक फोटो देखकर अपने कमांडोज को लड़के के पास भेज देते हैं, तो कभी कमांडोज से सिक्योरिटी वाला बैग लेकर ऑटोग्राफ देने लगते हैं.