नई दिल्ली: प्रदेश सरकार और प्रशासन ने शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बीएसपी नेता की करोड़ों रुपये की जमीन को भू माफियाओं से कब्जा मुक्त कराया. बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता रफतउल्लाह उर्फ़ नेता छिद्दा पिछले दो दशकों से अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे थे. प्रशासन ने उन्हें आदमपुर रोड स्थित बदायूं दरवाजा इलाके में 1500 वर्ग मीटर भूमि पर कब्जा दिलाई. जमीन की अनुमानित कीमत लगभग चार करोड़ रुपये बताई जा रही है. मामले की शुरुआत बसपा नेता रफतउल्लाह की शिकायत से हुई थी. उन्होंने थाना नखासा क्षेत्र के मोहल्ला दीपा सराय निवासी जुबैर व उनके भाइयों शुऐब, हिलाल, सऊद, नवाब और दो भतीजों पर जमीन पर जबरन अवैध कब्जे का आरोप लगाया था.
बसपा नेता कि शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सत्येंद्र प्रताप सिंह ने पूरे प्रकरण की जांच करके रिपोर्ट संभल के डीएम व एसपी को भेजी. इसके बाद प्रशासन ने पैमाइश करने के बाद कब्जा हटाने की प्रक्रिया शुरू की. शनिवार को नायब तहसीलदार अरविंद कुमार, लेखपाल मुकेश कुमार व ज्ञानेश कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और भूमि की नापी कराई. दोनों पक्षों को बुलाकर बातचीत करने के बाद प्रशासन ने बसपा नेता रफतउल्लाह को जमीन का कब्जा दे दिया.
बसपा नेता ने की योगी सरकार की तारीफ
जमीन पर कब्जा मिलने के बाद रफतउल्लाह ने योगी आदित्यनाथ सरकार की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि शक्ति वाले शासन में ही हर किसी न्याय मिलता है. 20 साल की लड़ाई के बाद मुझे मेरा हक मिल गया है. यह कार्रवाई न केवल मेरे लिए बल्कि पूरे समाज के लिए भी न्याय की उम्मीद को जगाती है. जाहिर है कि रफतउल्लाह बसपा के वरिष्ठ नेता हैं. संभल विधानसभा से तीन बार, असमोली से एक बार और मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा से उपचुनाव में मैदान में आ चुके हैं. हालांकि, उन्हें चुनाव में सफलता नहीं मिली, लेकिन वे लगातार संगठन में सक्रिय रहकर काम कर रहे हैं.
सभी को मिलेगा न्याय
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि कब्जा मुक्त कराई गई भूमि को असली मालिक को सौंप दी गई है. उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि जिले में अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे और किसी भी पीड़ित को न्याय से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा. जमीन विवाद में जिन लोगों पर कब्जे का आरोप था. उनका नाम 1978 में संभल में हुए दंगे के आरोपियों की सूची में भी शामिल है. इससे प्रशासन ने मामले को और गंभीरता से लिया और बसपा नेता को जमीन पर कब्जा दिलाया.