आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और पार्टी की नवनिर्वाचित विधायक दल की नेता आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना (LG Vinay Kumar Saxena) को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
AAP नेता और दिल्ली के मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दिल्ली आबकारी (Delhi Excise Case) मामले में जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने कहा था कि वह विधानसभा चुनाव में दिल्ली की जनता से दोबारा जनादेश मिलने के बाद ही मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे, जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया और AAP विधायकों ने सुबह बैठक की और आतिशी को अपना नेता चुना.
उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली एलजी (Delhi LG) को यह बात बता दी है. आतिशी (Atishi) ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है. हमने अनुरोध किया है कि शपथ ग्रहण की तिथि जल्द से जल्द तय की जाए ताकि दिल्ली के दो करोड़ निवासियों से संबंधित कार्यों को आगे बढ़ाया जा सके. राय ने कहा कि नई सरकार दिल्ली के लोगों के लिए केजरीवाल द्वारा उठाए गए कदमों की रक्षा करने के लिए काम करेगी.
बता दें कि दिल्ली आबकारी नीति (Delhi Excise Policy) मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने के बाद केजरीवाल को 13 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी की तिहाड़ जेल से रिहा किया गया था. सर्वोच्च न्यायालय ने केजरीवाल की रिहाई के लिए कुछ शर्तें भी लगाईं, जिसमें यह भी शामिल है कि उन्हें मामले के बारे में सार्वजनिक टिप्पणी करने से बचना होगा और छूट न मिलने तक निचली अदालत के समक्ष सभी सुनवाई में उपस्थित होना होगा.
गौरतलब हो कि दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 11 फरवरी, 2025 को समाप्त होगा. दिल्ली में पिछला विधानसभा चुनाव 8 फरवरी, 2020 को हुआ था. AAP नेताओं ने कहा है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में महाराष्ट्र और झारखंड के साथ ही कराए जाने चाहिए.