नई दिल्ली: बरेली में उपद्रव फैलाने वाला मौलाना तौकीर रजा, अपने पैतृक जिले बदायूं से कितना बड़ा कांड करके भागा था, ये राज उसकी 28 साल पुरानी फाइल में खुले हैं. सोशल मीडिया पर एक नोटिस वालयरल हो रहा है. नोटिस बदायूं बी पैक्स समिति के रजिस्टर का लगता है, जिसमें तौकीर रजा का नाम, उसके गांव का नाम और बकाया राशि लिखी है, ये पैसा सरकारी था, फिर भी तौकीर इसे पचा गया, पर अब यही पैसा उसकी घर की कुर्की करवा सकती है, जमीन की नीलामी भी हो सकती है, क्योंकि बदायूं जिला सहकारी बैंक ने तौकीर रजा को डिफॉल्टर घोषित कर दिया है.
ये वही तौकीर रजा है, इनका निवास यहां बिनावर के पास एक गांव है करतोली, वहां के रहने वाले, इन्होंने हमारे यहां एक समिति है बी पैक्स, वहां खाद के लिए इन्होंने 5055 रुपए 60 पैसे की खाद 1997 से पहले ली थी. तबसे इन्होंने कोई पैसा अदा नहीं किया. अब ये पैसा ब्याज के साथ बढ़कर करीब 28 हजार 346 रुपए हो गया है.
कई बार नोटिस के बाद भी तौकीर ने अपने रसूख के दम पर ये पैसा नहीं दिया, लेकिन फिलहाल वो फतेहगढ़ जेल में बंद है, उसके सबसे बड़े राजदार नसीम और नफीस को भी पुलिस ने जेल में रखा है, तो पुरानी फाइलें भी खुलने लगी हैं. यहां तक कि 2019 में हुए CAA प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ केस में भी पुलिस ने तौकीर की रिमांड मांगी है.
करीब 9 पुराने मुकदमों की फाइल इसकी खुल चुकी है, जिसमें सजा हुई तो इस जिंदगी तौकीर का जेल से बाहर आना मुश्किल हो जाएगा. और जिन लोगों ने उसके कहने पर हाथों में पत्थऱ उठाए थे, जिन नफीस और नदीम ने पूरी साजिश रची थी, उनसे बुलडोजर का खर्च वसूलने की तैयारी भी हो रही है. बावजूद उसके ग्लोबल भारत टीवी के संवाददाता जब नफीस के मोहल्ले में गए तो एक लड़के ने आंखें तरेर कर कहा माइक हटा लो, मानो वो धमकी दे रहा हो.
यहां तक कि समाजवादी पार्टी के जिस पूर्व पार्षद वाजिद बेग के बारातघर में इसकी पूरी साजिश रची गई थी, 19 सितंबर को जहां पहली मीटिंग हुई थी, वहां के लोग वाजिद बेग को बेगुनाह बता रहे थे, लेकिन रिपोर्टर ने जब सवालों की बौछार की तो वो इस बात को कबूलने को तैयार हुए कि गांव में मीटिंग हुई थी, फिर जगह नहीं थी तो बारातघर में लोगों को भेजा गया, तो सवाल है सच्चाई छिपाने की कोशिश लोग क्यों कर रहे हैं.
क्या नफीस-नदीम और तौकीर से लोग इतने खौफ में रहते हैं या फिर उन लोगों के प्रति इनका लगाव इतना है कि कैमरे पर भी ये लोग सफेद झूठ बोल रहे हैं.