IAS Sanjeev Shrivastava Slap Controversy: मध्य प्रदेश के भिंड जिले के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, परीक्षा दे रहे एक लड़के से पहले पूछते हैं पेपर कहां है. जब नहीं बता पाता तो थप्पड़ ही थप्पड़ बरसा देते हैं, कॉलर खींचकर उसे उठाते हैं, बाहर ले जाते हैं और फिर थप्पड़ बरसाते हैं, ऐसा लगता है जैसे वो जांच करने नहीं बल्कि इसी काम के लिए वहां गए थे, जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, हर कोई डीएम साहब की आलोचना करने लगता है, गूगल पर ये सर्च किया जाने लगता है आखिर ये संजीव श्रीवास्तव हैं कौन, आप शायद ये जानकर हैरान रह जाएं कि पहली बार इनका विवादों से नाता नहीं जुड़ा है, बल्कि फरवरी 2025 में तो मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने एक मामले की सुनवाई करते हुए ये तक कहा था कि
“मुख्य सचिव इस बात पर विचार करें कि क्या ये फील्ड में रहने लायक हैं.”
अब सवाल ये उठता है कि अगर कोर्ट ने ऐसी टिप्पणी की थी तो मुख्य सचिव ने ध्यान क्यों नहीं दिया, आखिर डीएम साहब ने कानून को हाथ में क्यों ले लिया. ये सवाल जब उनसे पूछा जाता है तो मीडिया के सामने आने से बचते हैं, पर फोन पर नई कहानी सुनाते हैं. इनके हवाले से न्यूज 18 लिखता है
“कॉलेज में बड़े पैमाने पर नकल की शिकायत मिली थी. यहां बीएससी सेकंड ईयर की गणित की परीक्षा चल रही थी. इस छात्र ने अपना प्रश्नपत्र बाहर भेजकर नकल करने की बात कबूल की थी. इससे नकल को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.”
कहा ये तक जा रहा है कि बाहर खड़े होकर दो लोग पेपर भी हल कर रहे थे और जिस लड़के को वो थप्पड़ जड़ रहे थे, उसका पेपर भी बाहर था, इसी बात पर कलेक्टर साहब बरस पड़े. हालांकि जिस छात्र के साथ इन्होंने ऐसा किया, उसका दावा इनसे अलग है. मार खाने वाले स्टूडेंट रोहित के हवाले से मीडिया चैनल्स दावा करते हैं
“ये वीडियो 1 अप्रैल 2025 का है, दीनदयाल डंगरौलिया महाविद्यालय में मैं बीएससी सेकेंड ईयर की गणित की परीक्षा दे रहा था. जब टॉयलेट के लिए बाहर गया तो अपना प्रश्न पत्र टेबल पर रखा छोड़ गया था, लेकिन जब लौट कर आया तो टेबल से पेपर गायब था. तभी वहां पर कलेक्टर पहुंच गए और पेपर नहीं मिलने पर भड़क गए. मेरे कान में ज्यादा चोट लगी है, लेकिन अब वो IAS ऑफिसर हैं, इसलिए मैं कुछ नहीं कह पाया.”
हालांकि इस मामले में एक नई कहानी ये भी पता चली है कि ये कॉलेज मध्य प्रदेश विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के ससुर का है और कॉलेज की तरफ से ही इस वीडियो को वायरल किया गया है. आज तक ने ये दावा कलेक्टर साहब की ओर से किया है. तो सवाल उठता है क्या ये पूरा मामला सियासत से जुड़ा है, कलेक्टर साहब ने जीवाजी यूनिवर्सिटी को लेटर लिखकर ये भी कहा है कि इस कॉलेज में आगे से कोई परीक्षा नहीं होनी चाहिए. लेकिन सवाल है क्या कोई कलेक्टर ऐसा कर सकता है, और ये संजीव श्रीवास्तव हैं कौन.
कौन हैं IAS संजीव श्रीवास्तव
यानि इन्हें काम का अनुभव खूब है, पर व्यवहार के मामले में इनकी शिकायत कई बार हो चुकी है. जब ये भिंड की तहसीलदार माला शर्मा ने संजीव श्रीवास्तव और एसडीएम पराग जैन पर डेढ़ साल तक मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था. यानि इनका विवादों से बड़ा नाता रहा है और अब फिर विवादों में हैं, पर सवाल यही है कि क्या कोई ऑफिसर बन गया, इसका मतलब उसे किसी के साथ ऐसी हरकत करने की छूट मिल जाती है, अगर वो नकल कर रहा था, तो फिर उसे पुलिस को सौंपने की बजाय खुद ही कलेक्टर साहब क्यों सजा देने लगे.