प्रसव के बाद कई महिलाएं दूध न बनने की समस्या का सामना करती हैं. यह समस्या सामान्य है, लेकिन इसके कई कारण हो सकते हैं. शरीर में हार्मोनल बदलाव, तनाव, असंतुलित आहार, और सही तरीके से दूध पिलाने में कमी दूध उत्पादन को प्रभावित कर सकती है. आइए जानते हैं कि दूध न बनने के कारण क्या हो सकते हैं और इस समस्या को कैसे दूर किया जा सकता है.
1. सही तरीके से स्तनपान न कराना: प्रसव के बाद, खासकर पहले कुछ हफ्तों में, बच्चा हर दो से तीन घंटे में स्तनपान करता है. यह दूध उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है. अगर बच्चे को बार-बार स्तनपान कराया जाए, तो मां के शरीर को ज्यादा दूध बनाने का संकेत मिलता है. इसलिए, यदि आप दूध की कमी महसूस कर रही हैं तो अधिक बार बच्चे को स्तनपान कराएं. यदि आप कुछ समय के लिए बच्चे से दूर हैं, तो आप पंप करके दूध निकाल सकती हैं.
2. तनाव और चिंता: कई बार मां के शरीर में दूध की कमी का कारण मानसिक तनाव भी हो सकता है. यदि आप तनावमुक्त और शांत रहेंगी, तो दूध उत्पादन में सुधार होगा. इसके लिए आप शांत संगीत सुन सकती हैं या गहरी सांसें लेकर खुद को आराम दे सकती हैं.
3. सही आहार और जल सेवन: प्रसव के बाद महिलाओं को पौष्टिक आहार और अधिक पानी पीने की आवश्यकता होती है. सही आहार, जिसमें प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स शामिल हों, दूध उत्पादन को बढ़ाता है. इसलिए, ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, और पानी का सेवन अधिक करें. दूध की कमी का एक बड़ा कारण संतुलित आहार की कमी भी हो सकती है.
4. सी-सेक्शन के बाद की स्थिति: कुछ मामलों में, यदि महिला ने सी-सेक्शन के जरिए बच्चे को जन्म दिया हो, तो बच्चा और मां कुछ समय के लिए अलग रहते हैं. इस समय मां को बच्चे के साथ संपर्क करने का अवसर नहीं मिलता, जिससे दूध उत्पादन पर असर पड़ता है. डॉक्टरों का कहना है कि जितना जल्द बच्चे को मां के पास लाया जाए, उतना ही मां का शरीर दूध बनाने के लिए तैयार होता है.
समाधान: दूध न बनने की समस्या के समाधान के लिए मां को धैर्य और समय की आवश्यकता होती है. नियमित रूप से स्तनपान कराना, आहार में सुधार, और मानसिक शांति इन सभी चीजों से दूध उत्पादन में मदद मिलती है. अगर समस्या बनी रहती है तो डॉक्टर से सलाह लें.
Disclaimer: आर्टिकल में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.