सर्दियों में बहुत से लोग अपनी भारी चादरों को बिस्तर पर ऐसे ही छोड़ देते हैं, बिना समेटे. यह आदत न केवल आरामदायक नहीं होती, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकती है. यदि आप अपनी चादर को ठीक से बदलते नहीं हैं, तो इससे आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. तो आइए जानते हैं कि बिस्तर की चादर को नियमित रूप से बदलने के फायदे और इसे न बदलने से होने वाली समस्याएं क्या हैं.
स्वच्छ चादर से स्वास्थ्य लाभ
अगर आप अपनी चादर को समय-समय पर बदलते रहते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है. विशेष रूप से, यदि आप केवल हल्की ऊनी कंबल का उपयोग करते हैं, तो चादर का सही तरीके से बदला जाना बहुत जरूरी होता है. चादर पर पसरी गंदगी और बैक्टीरिया शरीर पर आकर एलर्जी, अस्थमा, बालों का झड़ना, मुंहासे और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं.
गंदे बिस्तर की चादरों से संक्रमण का खतरा
हमारे शरीर से पसीना, तेल, लार, पेशाब, और यौन द्रव जैसे कई पदार्थ चादर पर जमा हो जाते हैं. यदि इन चादरों को लगातार बदला न जाए, तो ये तत्व बैक्टीरिया और वायरस को बढ़ावा देते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. यही कारण है कि बिस्तर की चादर को सप्ताह में एक बार बदलना जरूरी होता है. यह आदत आपको किसी भी प्रकार की बीमारियों से बचा सकती है.
बिस्तर की चादर बदलने का सही समय
विशेषज्ञों के अनुसार, बिस्तर की चादर को सप्ताह में कम से कम एक बार बदलना चाहिए. कई लोग सोचते हैं कि यह काम बहुत समय लेता है, लेकिन असल में, चादर बदलने में महज 5 से 8 मिनट का समय लगता है. यह छोटी सी मेहनत आपको लंबे समय तक स्वस्थ रहने में मदद कर सकती है.
अमेरिका में बिस्तर की चादर बदलने की आदतें
एक सर्वे के अनुसार, 28% अमेरिकियों की आदत है कि वे हफ्ते में एक बार अपनी चादर बदलते हैं. वहीं, 40% लोग इसे 15 दिन में बदलते हैं और 24% लोग इसे 3 हफ्ते बाद बदलते हैं. कुछ लोग तो इसे एक महीने में एक बार बदलने का भी विचार करते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है.