Covid : दिल्ली, मुंबई, केरल के बाद कोरोना ने नोएडा में भी दस्तक दे दी है, इस बीमारी ने नोएडा में एक महिला को अपना पहला शिकार बनाया है. हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि ज्यादा चिंता वाली बात नहीं है, महिला में अभी केवल शुरूआती लक्षण देखे गए थे. जिसके बाद सतर्कता बरतते हुए उपचार किया जा रहा है.
सेक्टर 110 में पहला मरीज
नोएडा के सेक्टर 110 में रहने वाली एक महिला में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, बताया जा रहा है कि महिला को हल्के लक्षण हैं, फिलहाल उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है. जबकि इनके परिवार के लोगों की जांच भी की जा रही है. सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. महिला में शुरूआती लक्षण महसूस हुए थे जिसके बाद उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां कोविड की पुष्टि हुई है.
स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट
इस एक मामले के सामने आने के बाद नोएडा जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को सतर्क किया गया है और लक्षण वाले मरीजों की कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई है। साथ ही मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह भी दी गई है।
क्या है कोरोना की मौजूदा स्थिति?
देश के अन्य हिस्सों में भी कोरोना के केस एक बार फिर धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र, केरल और दिल्ली में हल्की वृद्धि देखी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही अभी स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है।
क्या वैक्सीन अब भी जरूरी है?
विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना वायरस के बदलते स्वरूपों (variants) के चलते वैक्सीनेशन की प्रासंगिकता अब भी बनी हुई है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार व्यक्तियों को बूस्टर डोज लेने की सलाह दी गई है। नोएडा में भी स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन उपलब्ध है।
क्या जनता को घबराने की जरूरत है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की ज़रूरत है। हाथों की सफाई, मास्क पहनना और भीड़भाड़ से बचना अभी भी प्रभावी उपाय हैं। प्रशासन का कहना है कि अगर मामले बढ़ते हैं, तो कंटेनमेंट जोन और टेस्टिंग बढ़ाई जा सकती है।