13 मई सुबह 9 बजे दिल्ली की पीसीआर को दो कॉल आती है. पहली कॉल में आवाज आती है हैल्लो, मैं स्वाति मालीवाल बोल रही हूं, मेरे साथ दिल्ली सीएम आवास पर मारपीट हुई है. प्लीज आप जल्दी आइए. बता दें कि स्वाति मालीवाल दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हैं. ऐसे में पुलिसवालों का भी दिमाग चकरा जाता है, जब तक वो कुछ सोचते, गाड़ी दौड़ाते, सीएम आवास पर कॉल लगाते, तभी दूसरी कॉल आती है. जिसमें कहा जाता है हैल्लो दिल्ली पुलिस मैं स्वाति बोल रही हूं, केजरीवाल पीए यानी पर्सनल असिस्टेंट विभव कुमार के इशारे पर मेरे साथ मारपीट हुई है.
कॉल सुनते ही दिल्ली पुलिस की टीम गाड़ी लेकर सीएम आवास के बाहर पहुंचती है. प्रोटोकॉल के तहत वो अंदर नहीं जा सकती, लेकिन जब पता लगवाती है तो स्वाति मालीवाल सीएम आवास के अंदर नहीं मिलतीं. बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ट्वीट कर लिखते हैं.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का आरोप है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के पीए ने उनके साथ मारपीट की. दिल्ली के सीएम हाउस से कॉल की गई. याद रखिए, स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर चुप्पी साध रखी थी. वह वास्तव में उस समय भारत में भी नहीं थी और लंबे समय से भारत नहीं लौटी थी.
सच्चाई क्या है, इसका पता लगाने में दिल्ली पुलिस की टीम जुटी है. अगर ये कॉल फर्जी है तो फिर कॉल करने वाले का मकसद क्या है. ये पता करना दिल्ली पुलिस का काम है और अगर ये कॉल सही है तो फिर महिलाओं की आवाज उठाने वाली स्वाति मालीवाल की सुरक्षा की चिंता हर किसी को होनी चाहिए. चूंकि हर मुद्दे पर स्वाति जल्द से जल्द अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर रिएक्शन देती हैं, तो हमने उनका ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट भी चेक किया.
ट्विटर पर स्वाति ने आखिरी ट्विट 2 मई को किया था, जबकि इंस्टाग्राम पर भी उनका कोई लेटेस्ट पोस्ट नहीं मिला, जिससे एक बात साफ है कि वो सोशल मीडिया पर पहले की तरह एक्टिव नहीं हैं. ऐसे में इस कॉल की सच्चाई का पता करना बेहद जरूरी हो जाता है.
इन आरोपों में कितनी सच्चाई है ये हमें नहीं पता, लेकिन कुछ समय पहले सीएम आवास से ही ऐसी एक और ख़बर सामने आई थी. तब केजरीवाल के मुख्य सचिव ने मुकदमा दर्ज करवाया था और ये ख़बर सामने आई थी कि अरविंद केजरीवाल के आवास पर 19 फरवरी 2018 को एक बैठक हुई थी. जिसमें मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ कथित तौर पर कुछ लोगों ने मारपीट की थी. जिसके बाद ये मामला कोर्ट पहुंचा.
दिल्ली पुलिस ने सीएम और डिप्टी सीएम के अलावा 11 विधायकों को भी आरोपी बनाया गया था. इस पूरे मामले में अरविंद केजरीवाल के पूर्व सलाहकार वीके जैन को दिल्ली पुलिस ने मुख्य सरकारी गवाह बनाया था. तब के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट करने के आरोप में आम आदमी पार्टी के दो विधायक प्रकाश जरवाल और अमानतुल्लाह ख़ान जेल भी गए थे जिन्हें बाद में जमानत पर रिहा किया गया था.
यानी सीएम आवास पर इस तरह की कहानी पहले भी हो चुकी है. इसलिए दिल्ली पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि कॉल किसने किया था, सच्चाई क्या सामने आती है ये देखने वाली बात होगी. पर स्वाति मालीवाल की गिनती केजरीवाल के बेहद करीबी लोगों में होती थी ये सब जानते हैं.